सोशल मीडिया: सितारे की शामत

आजकल सोशल मीडिया पर कब किस सितारे की शामत आ जाये, कहा नहीं जा सकता। सोशल मीडिया की पहुंच इतनी अधिक हो गयी है कि अच्छे-अच्छे तीस मार खां इसकी चपेट में आकर धरती पकड़ने को बाध्य हो जाते हैं। राहुल गांधी को पप्पू और पूरी दुनिया में अपना डंका पीटनेवाले नरेंद्र मोदी को फेंकू की संज्ञा देनेवाली सोशल मीडिया की मार जिस पर पड़ती है वह त्राहि त्राहि कर उठता है। हाल में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी उस समय इसकी चपेट में आ गये, जब आईसीसी की रस्म के मुताबिक दोनों मुल्कों के राष्ट्रगान की रस्म निभाई गई। भारत का राष्ट्रगान ’जन मन गण अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता’ गाने वाले सदी के महानायक अमिताभ बच्चन पर जब बदले में चार करोड़ रुपए लेने का मैसेज वायरल हुआ तो उनके अंधभक्त भी अपशब्दों की बौछार करने से नहीं च्ाूके। जिन्होंने शालीनता निभायी, उनका दिल भी भीतर तक दु:खी हो गया।
अमिताभ बच्चन जैसी शख्सियत को पसंद करने वाले, उनकी जादूई आवाज पर मंत्रमुग्ध होने वाले दुनियाभर में अरबों लोग हैं। जब यह ऐलान हुआ था कि कोलकाता के ईडन गार्डन में खुद अमिताभ देश का राष्ट्रगान प्रस्तुत करेंगे तो पूरा हिंदुस्तान रोमांचित हुए बिना नहीं रहा था। मैच शुरू होने के ठीक पहले स्क्रीन पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज चांद-सितारा आया और उसके बाद पाकिस्तान की तरफ से शफकत अमानत अली ने पाकिस्तान का राष्ट्रगीत प्रस्तुत किया और पूरी पाक टीम इस राष्ट्रगान को गाती रही। इसके बाद स्क्रीन पर तिरंगा छाया और माइक पर अमिताभ बच्चन ने जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता’..की प्रस्तुति दी। पूरा स्टेडियम खड़े होकर इसे गुनगुनाता रहा...
भारत की पाकिस्तान पर छह विकेट से जीत के बाद सदी के महानायक अमिताभ बच्चन इतने अधिक जोश में आ गए कि हाथों में तिरंगा लेकर काफी देर उसे फहराते रहे
बस, इस प्रस्तुति के बाद अमिताभ बच्चन अंबानी परिवार और सचिन के परिवार के साथ दर्शकों के बीच मैच का आनंद लेने चले गए। जब वे मैच का लुत्फ ले रहे थे, तब सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो गया, जिसने अमिताभ के प्रशंसकों को सकते में डाल दिया। मैसेज ये था कि अमिताभ बच्चन ने राष्ट्रगान गाने के बदले में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) से चार करोड़ रुपए लिए।
पूरा देश और पूरी बॉलीवुड बिरादरी जानती है कि अमिताभ बच्चन किस हैसियत का नाम है। क्या कोई भरोसा कर सकता है कि फर्श से अर्श तक पहुंचा यह सितारा इतना तंग दिल हो सकता है कि अपने ही देश के राष्ट्रगान के परफॉर्मेंस के लिए चार करोड़ की मांग करे? नहीं, लेकिन यह हुआ है..सोशल मीडिया पर जो मैसेज वायरल हुआ उसमें कहा गया कि अमिताभ ने राष्ट्रगान के लिए चार करोड़ रुपए लिए। यह बात सभी के लिए नागवार थी। हर किसी की ज्ाुबान पर इसी की चर्चा थी। रविवार को इस मैसेज का पोस्टमार्टम हुआ तो ये साफ हुआ कि अमिताभ द्वारा चार करोड़ रुपए लेने वाला मैसेज झूठा था। इस मामले में खुद बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को सामने आना पड़ा। सौरव ने खुद कहा कि मैं अमिताभ जी की बहुत इज्जत करता हूं। मैं उनका शुक्रगुजार हूं कि वो ईडन गार्डन में आए और उन्होंने हमारा राष्ट्रगान गाने का प्रस्ताव स्वीकार किया। मैंने उनसे कहा कि आप कुछ पैसे ले लें लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया। सौरव के अनुसार, अमिताभ ने इस मैच को देखने के लिए खुद के पैसों से टिकट लिया, होटल का खर्च भी खुद उठाया, फ्लाइट के टिकट का भुगतान भी खुद के पैसों से किया। इस मैच के लिए अमिताभ ने 30 लाख रुपए खर्च किए थे लेकिन बदले में एक रुपया भी नहीं लिया। सौरव गांगुली ने यह भी कहा कि अमिताभ ने बड़ी विनम्रता से पैसे लेना अस्वीकार करते हुए कहा, मैं जिस मकसद के लिए यहां आया हूं, वो बहुत महान है। किसी भी भारतीय के लिए राष्ट्रगान की प्रस्तुति देना सौभाग्य की बात है। वो लोग मेरे हमेशा दिल के करीब रहते हैं जो इस काम के बदले में कोई पैसे नहीं लेते।’ टेक्नोलॉजी आदमी को आगे बढ़ने के नए रास्ते दिखाती है लेकिन सोशल मीडिया पर इस तरह की हरकतें करने वाले यकीनन वो लोग हैं, जो अपनी खोखली मानसिकता को जगजाहिर कर रहे हैं। सोशल मीडिया का धड़ल्ले से दुरुपयोग करनेवालों के लिए किसी का चरित्र हनन करना एक घिनौना फैशन सा बन गया है। इस पर अंकुश लगाना फिलहाल तो कठिन ही लग रहा है, लेकिन हमें सचेत होना होगा। सोशल मीडिया पर फैलनेवाली घृणा की आग की आंच से स्वयं को परे रखना जरूरी है।  

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